0 अब तक नहीं हो सकी है युवती की पहचान
0 गातापार गांव के खेत में मिली थी लाश
0 अपराधियों का अब तक पता नहीं चला
रायपुर
पुलिस की कागजी कार्रवाई ऐसी चलती है कि किसी अपराध की जांच शुरू होने में ही कई साल लग जाते हैं। उसके महत्वपूर्ण
साक्ष्य भी खत्म हो जाते हैं। यही वजह है कि अपराधी बेनकाब नहीं हो पाते और उन्हें उनकी किए की सजा नहीं मिल पाती है। पीडि़त पक्ष न्याय पाने के लिए दर-दर भटकते रहता है। ऐसा ही एक मामला अभनपुर थाने से जुड़ा है। जहां दो साल पहले एक युवती की बेरहमी से हत्या कर दी गई और उसके शव को एक सूनसान स्थान पर फेंक दिया गया था। मामला आज तक सुलझ नहीं पाया है।
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दरअसल दो साल पहले गातापार के एक खेत में युवती की लाश मिली थी। युवती की खोपड़ी उसके शरीर से करीब 10 फीट दूर पड़ी थी। उसके दोनों हाथ व गर्दन गमछे से बंधे हुए थे।आज तक उसकी पहचान नहीं हो पाई है। उसकी हत्या रहस्य बना हुआ है। और कातिल का भी पता नहीं चल पाया है।
पुलिस के मुताबिक 29 नवंबर 2018 को गातापार निवासी चैतराम देवांगन के खेत में एक 20-25 वर्षीया युवती का शव मिला। शव का काफी हिस्सा सड़ चुका था। उसके दोनों हाथ पीछे गमछे से गर्दन के साथ बंधा हुआ था। युवती की खोपड़ी करीब 10 फीट दूर पड़ी थी। इसकी सूचना अभनपुर पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। प्रथम दृष्टया मामला हत्या का था, लेकिन पुलिस ने उस समय हत्या का केस दर्ज नहीं किया। और पोस्टमार्टम का इंतजार करती रही। करीब साल बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिली, जिसमें मौत का कारण स्पष्ट नहीं था। इसके बाद मामला स्टेट एफएसएल पहुंचा। वहां जांच रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की पुष्टि की गई। इसके बाद पुलिस ने शनिवार 6 जून 2020 को अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ युवती की हत्या का अपराध दर्ज किया है।
ग्रामीण इलाके की युवती
युवती ने टॉप के साथ नीले रंग का लैगिज पहना हुआ था। बाजारू पायल और चप्पल पहनी हुई थी। और दोनों हाथ में स्टिल का कड़ा था। इससे मृतका के ग्रामीण इलाके की रहने वाली होने की आशंका है। पुलिस उसकी अब तक पहचान नहीं कर पाई है।
मिट गए कई सबूत
अपराध देरी से दर्ज होने से घटनास्थल और उससे जुड़े हुए कई सबूत नष्ट हो जाते हैं। इससे उसकी जांच सही ढंग से नहीं हो पाती है। इस मामले में भी दो साल बाद अपराध दर्ज होने के बाद जांच शुरू हो रही है। इसमें कई अहम साक्ष्य नष्ट हो चुके हैं। ऐसे में कातिल तक पहुंचना पुलिस के बहुत मुश्किल है। मामले में सबसे बड़ी समस्या युवती की पहचान नहीं हो पाना है।
दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका
युवती के हाथ जिस ढंग से गमछे से बांधे गए थे, उससे हत्या से पहले उसके साथ दुष्कर्म करने की आशंका है। आरोपियों की संख्या एक से ज्यादा हो सकती है। पुलिस का आशंका यह भी है कि युवती किसी दूसरे इलाके की है, जिसे आरोपी घटनास्थल पर लेकर पहुंचा था। यही वजह है कि उसकी पहचान आसपास के गांव के लोग नहीं कर पाए हैं।
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