कातिल किराएदार ने बेटी के सामने ही मां को तड़पा-तड़पा कर मार डाला

मृतका ने बेटी से बात करने से किया था मना 
नशे का आदी था आरोपी 
सविता की लाश 
रायपुर. तेलीबांधा थाने में 21 अप्रैल को शाम करीब 5 बजे हीरानगर से एक व्यक्ति ने फोन किया और महिला की हत्या होने की सूचना दी। तेलीबांधा थाना प्रभारी मोहसीन खान अपने स्टॉफ के साथ हीरानगर पहुंचे। सूचना देने वाले विशंभर यादव के घर पुलिस पहुंची। घर के हालनुमा कमरे में विसंभर की मां 45 वर्षीया सविता यादव की लाश पड़ी थी। उसे एक कपड़े से ढंक दिया गया था। उसके सिर व चेहरे पर वजनदार चीज से चोट पहुंचाने के निशान थे। गले में गहरे रंग का निशान था। कुछ जगह में खरोंच के निशान थे। शव के आसपास फर्श में खून के दाग नजर नहीं आ रहे थे। पुलिस उलझन में थी कि हत्या कहां पर और कैसे हुई? टीआई खान ने पुलिस के आला अफसरों को घटना की सूचना दी। इसके बाद आला अधिकारी और फॉरेसिंक एक्सपर्ट की टीम भी पहुंची। शरीर में चोट के निशान और चादर ढंक कर छिपाने के आधार पर पुलिस ने मौके पर धारा 302, 201 के तहत अपराध दर्ज किया और मामले की तफ्तीश शुरू की।
सविता यादव 
आरोपी प्रकाश उर्फ़ छोटू राजपूत 
सविता के परिवार में उनके पति गणेश, बेटा विशंभर और करीब 15 साल की बेटी है। विशभंर वीआईपी रोड के सीमेंट दुकान में काम करता है। और उसके पिता दूध बेचते हैं। घटना वाले दिन करीब विशंभर दुकान चला गया था और उसके पिताजी भी घर पर नहीं थे। घर में केवल मां-बेटी ही थी। दोपहर करीब 3 बजे विशंभर घर पहुंचा। घर के बरामदे में चादर से ढंका अपनी मां का शव देखकर वह सन्न रह गया। उसके रौंगटे खड़े हो गए। उसने अपनी छोटी बहन से इस संबंध में पूछा, तो वह ज्यादा कुछ बता नहीं पा रही थी। वह बहुत घबराई हुई थी। विशंभर ने पड़ोसन सरस्वती सेन को बुलाया और अपनी मां का हाल दिखाया। सरस्वती भी शव देखकर सकते में आ गई। विशंभर ने सरस्वती के मोबाइल से अपने पिता गणेश को बुलाया। और पुलिस को सूचना दी।
मौके पर पहुंची तेलीबांधा पुलिस ने तफ्तीश शुरू की। इस दौरान पुलिस को पता चला कि घटना के दौरान मृतका सविता और उसकी नाबालिग बेटी के अलावा उनका किराएदार प्रकाश उर्फ छोटू राजपूत भी घर में मौजूद था। पुलिस ने दोनों से अलग-अलग पूछताछ की। लेकिन कुछ पता नहीं चला। हालांकि इस दौरान नाबालिग काफी घबराई हुई थी। इससे उस पर पुलिस को शक हुआ। पुलिस को यकीन हो गया कि नाबालिग हत्या के संबंध में कुछ न कुछ जरूर जानती है, लेकिन वह बता नहीं पा रही है। इस बीच पुलिस ने प्रकाश के बारे में और जानकारी जुटाई। प्रकाश आदतन नशेड़ी और आवारागर्दी करता था। नशीली गोलियां भी खाता है।  पिछले माह सविता ने उसे मकान खाली करने के लिए अल्टीमेटम दिया था। रात 8 बजे तक पुलिस को यकीन हो गया था कि हत्या में प्रकाश की संलिप्तता है और मृतका की नाबालिग बेटी जरूर कुछ जानती है। महिला पुलिस अधिकारियों ने एक बार फिर नाबालिग को भरोसे में लिया और पूछताछ की।https://www.blogger.com/u/1/blogger.g?blogID=2404951064550374331#editor/target=post;postID=3959811223725335761;onPublishedMenu=allposts;onClosedMenu=allposts;postNum=1;src=postname
किराएदार ही निकला कातिल
पूछताछ में नाबालिग ने दिलदहला देने वाली कहानी सुनाते हुए अपनी मां की हत्या का खुलासा किया। उसने बताया कि 21 अप्रैल को उसकी मां और वह दोनों घर में थे। दोपहर करीब 12 बजे किरायेदार प्रकाश ऊर्फ छोटू कमरे में आया। वह अक्सर मुझसे बातचीत करता था। यह मां को पसंद नहीं था। मां उसे मुझसे बात करने से मना करती थी। इसी बात से वह मां से नाराज रहता था। कमरे में आते ही उसने मां से गाली-गलौज शुरू कर दी। इससे पहले की मां कुछ समझ पाती, प्रकाश ने एक रस्सी उसके गला में फंसा दिया। और रस्सी को कस दिया। इससे मां छटपटाने लगी। प्रकाश ने रस्सी को तब तक कसता रहा, जब तक मां निढाल होकर जमीन पर न गिर पड़ी। इसके बाद पत्थर के सिलबट्टे से उनके सिर व चेहरे पर कई वार किया। इससे मां की मौत हो गई। इसके बाद शव को उठाकर हॉल में ले गया। और एक किनारे में रख दिया। ऊपर से चादर ढंक दिया। इस दौरान मां का बचाव करने उसने शोर मचाना चाहा, तो प्रकाश ने उसे भी उसकी मां की तरह मार देने की धमकी दी। इससे वह घबरा गई। और कुछ न बोल सकी। घटना के बाद आरोपी ने कमरे में गिरे खून को साफ किया और रस्सी को कहीं छिपा दिया। इसके बाद धमकी अपने कमरे में चला गया। और बाहर वाले दरवाजे को भी भीतर से बंद कर दिया, जिससे नाबालिग बाहर नहीं निकल पाई।
किसी के आने का इंतजार करने लगी
दरअसल मृतका के घर और आरोपी प्रकाश के कमरे के लिए एक ही मुख्य दरवाजा है। उसे आरोपी ने भीतर से बंद कर दिया था। नाबालिग ने अपनी आंखों के सामने अपनी मां की हत्या होते देखा। घटना का एक-एक दृश्य उसकी आंखों में घूम रहा था। वह अपने कमरे में रोने के अलावा कुछ नहीं कर पा रही थी। उसे डर था कि जैसे ही वह बाहर निकलने की कोशिश करेगी, आरोपी प्रकाश उसे भी मार देगा। दोपहर करीब 3 बजे उसका भाई विशंभर घर लौटा। दरवाजा भीतर से बंद था। उसने दरवाजा खटखटाया, तो आरोपी प्रकाश ने दरवाजा खोला। इसक बाद वह अपने कमरे में चला गया। विशंभर को देखकर नाबालिग को राहत मिली, लेकिन वह उसे मां की हत्या के संबंध में खुलकर कुछ बता नहीं पा रही थी। उसे पुलिस के पहुंचने का इंतजार था। और पुलिस के पहुंचने पर पूरे मामले का खुलासा किया। हत्या का खुलासा होते ही पुलिस ने प्रकाश उर्फ छोटू को गिरफ्तार कर लिया। नाबालिग को धमकी देने के कारण आरोपी के खिलाफ धारा 506 बी की अतिरिक्त धारा के तहत भी अपराध दर्ज किया गया।
यह थी हत्या की वजह
आरोपी प्रकाश उर्फ छोटू राजपूत मूलता: ग्राम कुम्हारी बिलाईगढ़ बलौदाबाजार का रहने वाला है। करीब तीन साल पहले अपने पिता भरत राजपूत और भाई के साथ काम की तलाश में रायपुर आया था। और हीरानगर में मृतका के मकान में ही किराए से रहने लगे थे। पुलिस के मुताबि प्रकाश मैकेनिक का काम करता था। और नशे का आदी है। नशे वाली गोलियां भी लेता था। इसके अलावा मोहल्ले की एक युवती से उसकी दोस्ती थी। साथ ही वह मृतका की नाबालिग बेटी से भी बातचीत करता था। मृतका को यह अच्छा नहीं लगता था। उसने अपनी बेटी को उससे बातचीत करने से मना कर दिया था। साथ ही आरोपी प्रकाश को भी कई बार सार्वजनिक तौर से अपनी बेटी से बात करने से मना कर चुकी थी। आरोपी के नशे की आदत को लेकर भी कई बार वह सबके सामने उसे बोल चुकी थी। इसी बात से वह मृतका से नफरत करने लगा था। आरोपी की आदतों के चलते उनसे मकान खाली कराया जा रहा था। लॉकडाउन के बाद उन्हें खाली करने के लिए कहा गया था। इसके चलते आरोपी मृतका को सबक सिखाने के लिए मौके की तलाश में था।
सावधान रहें
इस तरह की घटनाओं को सजगता और सतर्कता से रोका जा सकता है। किराएदारों की सूचना संबंधित पुलिस थाने में देना चाहिए। नशा करने वालों पर नजर रखनी चाहिए। किसी भी तरह की अवैध नशीले पदार्थ का सेवन करने की जानकारी मिलते ही पुलिस को सूचना देना चाहिए। कोई भी किराएदार अवैध गतिविधियों में संलिप्त है, तो तत्काल पुलिस में शिकायत करें। 

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