बिहार के थे रायगढ़ में कैश वैन लुटने वाले दो लुटेरे

रायगढ़ में कैश वैन लूटपाट का दुस्साहस करने वाले अंतर्राज्यीय गैंग के दो गैंगस्टर गिरफ्तार

 जोखिम भरे मिशन में लगी पुलिस की 8 टीमों ने 10 घंटे में घटना का किये पर्दाफाश

दिन में खंगाले गए सैकडो CCTV कैमरों के फुटेज, रातभर चला सर्चिंग अभियान

दोनों आरोपियों से आधुनिक हथियार व लूट की 14.50 लाख रुपए बरामद

गिरफ्तार एक आरोपी रायगढ़ युनियन बैंक लूटपाट की घटना में था शामिल

रायपुर. 
दिनांक 03.07.2020 को थाना कोतरारोड क्षेत्र अंतर्गत SBI  एटीएम में पैसा डालने आए कैश वैन को टारगेट कर ड्राइवर की हत्या कर 14.50 लाख लूट कर फरार हुए दोनों आरोपियों को कोतरारोड पुलिस के साथ बनायी गई संयुक्त टीम  ने 10 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद धर दबोचा । पुलिस को मिली सफलता के पीछे वरिष्ठ अधिकारियों की तत्परता पूर्वक कार्यवाही, अंतर अंतर्राज्यीय जिलों से तालमेल कर गठित टीम को उचित दिशा निर्देशन एवं रातभर चली जिला पुलिस की सघन नाकेबंदी, डोर-टू-डोर पतासाजी के कारण आरोपीगण जिले से भाग नहीं पाए और दोनों को लूट की रकम व हथियारों समेत गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली है । चुनौती भरे मिशन अंजाम देने में करीब 50 हथियारबंद जवान एवं अधिकारीगण शामिल थे। 
जानकारी के अनुसार दिनांक 03.07.2020 को सुबह करीब 11/30 बजे केवडाबाडी स्टेट बैंक के मुख्य शाखा से 3,14,00,000/- रू0 (तीन करोड चौदह लाख रूपये) पेटी मे भरकर कर्मचारी नवरतन रात्रे *गनमैन विनोद पटेल, चालक अरविन्द पटेल एवं भीषण कुमार रात्रे के साथ CMS वाहन क्रमांक CG 04 JD 0613 में भरकर ATM मे रकम डालते हुए किरोडीमल SBI ATM 13/45 बजे पहुंचे । नवरत्न रात्रे पेटी से 13,00,000/- रू0 निकालकर बैग मे रखकर ATM मे डालने भीषण के साथ ATM अन्दर गया था ATM के हुड को खोल रहा था उसी समय बाहर गोली चलने की आवाज आया । तभी  दो नकाबपोश शटर को उठाकर गोली चलाकर बैग मे भरा 13,00,000/- रू0 एवं अन्य SBI ATM से बचा एक्सेस रकम 1,50,000/- रूपये लगभग जुमला 14,50,000/- रूपये को लूटकर वैन के चालक अरविन्द पटेल की हत्या कर एवं गनमैन विनोद पटेल को हत्या करने के नियत से गोली मारकर मोटर सायकल से भाग गये। घटना के संबंध में थाना कोतरारोड़ में अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध अप.क्र. 125/2020 धारा 302,307,397 IPC 25,27 Ams Act.  पंजीबद्ध किया गया । 
घटना की सूचना पर मौके पर जिले के सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एवं शहर के सथी थाना/चौकी प्रभारी, सायबर टीम पहुंची । सूचना पर बिलासपुर रेंज आई.जी. श्री दिपांशु काबरा एवं एसपी रायगढ़ श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा पूरे जिले को सील कराकर जिले के अंदर 50 नाकेबंदी पाइंट बनाकर रातभर वाहनों एवं आने-जाने वालों की सघन तलाशी अभियान चलाया गया । वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सरहदी जिले व सरहदी राज्य में नाकेबंदी कराकर अंतर्राज्यीय जिलों के पुलिस अधीक्षकों से तालमेल बिठाया गया। सभी 08 टीमों को अलग-अलग कामों में लगाया गया।  पुलिस कन्ट्रोल रूम, जिंदल कम्पनी द्वारा लगाये गये CCTV कैमरों सहित शहर की सैकडो CCTV कैमरों के फुटेज चेक किया गया । आरोपियों के शहर से बाहर नहीं निकलने की जानकारी पुख्ता होने तथा केराझर गांव के पास आरोपियों का लास्ट लोकेशन देखा गया था। इसी बीच DSB शाखा में पदस्थ एक आरक्षक के मुखबिर द्वारा सूचना दिया कि दो संदिग्ध केराझर में देखे गए हैं। तब केराझर एवं पास के दो गांवों को पुलिस की टीमें टारगेट कर आर्म्स लिये हुये 50 जवान की टीम गांव को कार्डन किये, कुछ जवान CSP अविनाश सिंह ठाकुर के साथ बीपी जैकेट हथियार लैस होकर एक-एक कर घरों की तलाशी ले रहे थे। गांववालों द्वारा पुलिस पार्टी के भरपूर सहयोग किया जा रहा था। तभी पुलिसपार्टी को  एक कमरे अंदर दो संदिग्ध मिले, जिसमें एक युवक ने पुलिसपार्टी पर पिस्टल तान दिया। जान जोखिम में डाल पुलिसवालों ने झूमाझटकी कर हथियार पकड़े युवक को पटककर उससे हथियार छीनकर दोनों को हिरासत में लिये । 
 आरोपी 
(1) सुधीर कुमार सिंह पिता झूलन राय उम्र 23 साल ग्राम खम्हौरी जिला सिवान बिहार हाल मुकाम सूर्या कॉम्प्लेाक्स पतरापाली कोतरारोड
 (2) पिन्टु वर्मा उर्फ विराट सिंह उर्फ छोटू उम्र 18 साल निवासी बिगबाजार थाना रामगढ़ जिला कैमूर बिहार को पकड़ा गया। पूछताछ करने पर सुधीर सिंह ने बताया कि उसके पिता एवं भाई रायगढ़ में ही रहते हैं सुधीर जब भी रायगढ़ आता तो कैश वैन को देख कर उसे लूटकर 1 करोड रुपए कमाने का लालच मन में बना लिया और इस योजना को गांव जाकर अपने साथी पिन्टु वर्मा को बताया और लूट की प्लान के साथ 02 पिस्टल, 02 देसी कट्टा, 3 मैगजीन में 26 राउंड, 02 जिंदा कारतूस, 02 बटन चाकू के साथ प्री प्लानिंग कर कैश वैन को लूटने आए थे । पिछले 15 दिनों से पूरे जिले की रैकी किये, 4 दिनों से उक्त कैशवेन को रैकी कर रहे थे । आरोपीगण एचएफ डीलक्स CG13 Y/16135 मोटरसाइकिल का नंबर प्लेट निकालकर उसमें बिना नंबर लिखे नंबर प्लेट लगाए थे । दोनों को पुलिस ने बरामद किया है । घटना के समय आरोपियों द्वारा 6 राउंड चलाया गया था । रात्रि दोनों लूट की रकम 14,50,000 रूपये*को आधा-आधा बांट लिए थे जिनके मेमोरेंडम पर लूट की रकम उनके हथियारों के साथ बरामद किया गया है।  आरोपी सुधीर पूर्व में अपने अन्य साथियों के साथ रायगढ़-ढिमरापुर मार्ग पर स्थित युनियन बैंक को लूटपाट करने की नाकाम कोशिश करना स्वीकार किया है । जिला पुलिस आरोपियों के पूर्व क्राईम हिस्ट्री खंगाल रही है। बिहार पुलिस से आरोपियों के सिवान और कैमूर में अपराध दर्ज होने की जानकारी मिली है, बिहार पुलिस से जानकारी लेकर मीडिया से साझा किया जावेगा । दोनों आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा जा रहा है।  पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज, बिलासपुर द्वारा रायगढ़ एसपी एवं उनकी टीम को बधाई देते हुए पुरस्कृत कराना बताये हैं । टीम में एडिशनल एसपी, सीएसपी, डीएसपी ट्राफिक, नगर कोतवाल कोतरारोड़, कोतवाली, चक्रधरनगर, भूपदेवपुर, खरसिया, जुटमिल टी.आई. एवं उनके स्टाफ तथा सायबर टीम के सदस्य विशेष भूमिका में थे।
लूट के पकड़े गए आरोपी

विशेष अभियान: पकड़े गए 3 दर्जन जुआरी और सटोरिये, नगदी और सट्टापट्टी जब्त

 
एसपी अग्रवाल के आदेश पर जुआरियों और सटोरियों के खिलाफ चलाया गया अभियान
बिलासपुर.
रविवार-सोमवार को पुलिस ने जुआरियों और सटोरियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया. जिसमें पुलिस के हत्थे 3 दर्जन जुआरी और सटोरिए चढ़े. इनके पास से नगदी, ताशपत्ती और सट्टापट्टी जब्त की गई. पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने जिले में बढ़ रही अपराधिक वारदातों पर नकेल कसने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी पुलिस अधिकारियों और थानेदारों को कड़े आदेश दिए हुए हैं. इसी कड़ी में रविवार-सोमवार को एसपी प्रशांत अग्रवाल ने थानेदारों को जुआ-सट्टा खिला रहे लोगों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए. जिनके आदेश ए बाद सरकंडा पुलिस ने जुआ के 3 प्रकरण में 13 जुआरियों को पकड़ा. वहीं सीपत पुलिस ने जुआ खेलते 4 जुआरियों को रंगे हाथों पकड़ा. इसके अलावा सिविल लाइन पुलिस ने 4, तारबाहर पुलिस ने 2, सिटी कोतवाली पुलिस ने 2, सिरगिट्टी पुलिस ने 3, तोरवा पुलिस ने 4 और सरकंडा पुलिस ने 4 लोगों को सट्टापट्टी लिखते पकड़ा. इन सभी के पास से नगदी और सट्टापट्टी जब्त की गई. पुलिस ने इनके खिलाफ जुआ एक्ट की कार्रवाई की.

सार्वजनिक स्थल पर शराब पीते 20 शराबी भी पुलिस के हत्थे चढ़े-
इसके अलावा अलग-अलग थानाक्षेत्र की पुलिस ने सार्वजनिक स्थलों पर शराब सेवन कर घूमने वाले लोगों पर भी शिकंजा कसते हुए 20 शराबियों को पकड़ा. इनके खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कारवाई की गई. पुलिस की माने तो यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी.

गुंडे-बदमाशों की धरपकड़ जारी, दी जा रही कड़ी चेतावनी-
एसपी प्रशांत अग्रवाल ने जिले में बढ़ रहे अपराधिक वारदातों को देखते हुए सभी थानेदारों को गुंडे-बदमाशों को पकड़ने के आदेश दिए हुए हैं. इसके अलावा पुराने गुंडे-बदमाशों को भी थाने बुलाकर कड़ी चेतावनी भी दी जा रही है. थानेदार सक्रिय गुंडे-बदमाशों की सूची तैयार कर इनके ऊपर कार्रवाई भी कर रहे हैं.

राजधानी में नक्सलियों का शहरी नेटवर्क, कारोबारी हितेश अग्रवाल गिरफ्तार

2 साल से कर रहा था वाकी-टाकी सेट की सप्लाई
अब तक 25 वाकी-टाकी सेट की कर चुका था सप्लाई
रायपुर.
नक्सलियों का शहरी नेटवर्क राजधानी रायपुर से जुड़ा है। रायपुर के एक कारोबारी को कांकेर पुलिस ने अरेस्ट किया है।
उल्लेखनीय है कि कांकेर के थाना सिकसोड़ क्षेत्रांतर्गत दिनांक 24.03.2020 को नक्सलियों को जूता, रूपये, वर्दी का कपड़ा, वायरलेस वाकी-टाकी सेट, बिजली का तार आदि सामग्री भारी मात्रा में पहुंचाते हुये आरोपी तापस पालित को गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद प्रकरण की विवेचना में नक्सलियों को भारी मात्रा में रूपये एवं सामग्री पहुंचाने वाले शहरी नेटवर्क का संलिप्त होना पाये जाने पर प्रकरण की गंभीरता एवं संवेदनशीलता को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज बस्तर श्री पी0सुन्दरराज, उप पुलिस महानिरीक्षक कांकेर रेंज कांकेर श्री संजीव शुक्ला के मार्गदर्शन तथा पुलिस अधीक्षक कांकेर श्री एम0आर0 आहिरे के दिशा-निर्देश पर उपरोक्त प्रकरण की अग्रिम विवेचना, आरोपियों की गिरफतारी एवं पतासाजी के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कांकेर श्री कीर्तन राठौर के नेतृत्व में एसआईटी (विशेष अनुसंधान टीम) का गठन किया गया है, जिसमें उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्री आकाश मरकाम, उप पुलिस अधीक्षक अजाक कांकेर श्री जगदीश उईके, निरीक्षक श्री डी.एस.देहारी, निरीक्षक मोरध्वज देशमुख, उप निरीक्षक अमित पदमशाली एवं उप निरीक्षक सत्येन्द्र सिंह एवं कांकेर पुलिस टीम शामिल है। उक्त टीम द्वारा प्रकरण में लगातार संलिप्त आरोपियों के पतासाजी करते हुए पूर्व में रूद्रांश अर्थ मुर्वस राजनांदगांव के आरोपी दयाशंकर मिश्रा, राजनांदगांव, अजय जैन राजनादगांव, कोमल प्रसाद वर्मा, राजनांदगांव, रोहित नाग कोयलीबेड़ा, सुशील शर्मा, मेरठ उ.प्र. हाल-डामर प्लांट अंतागढ़, सुरेश शरणागत, बालाघॉट म.प्र., शिलेन्द्र भदौरिया, राजनांदगांव, राजेन्द्र कुमार सलाम ग्राम मरदा थाना कोयलीबेड़ा, मुकेश सलाम, ग्राम कंदाड़ी, थाना कोयलीबेड़ा, अरूण ठाकुर, कोयलीबेड़ा, निशांत जैन, बिलासपुर को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है।
उपरोक्त प्रकरण की अग्रिम विवेचना के क्रम में घटना दिनांक को आरोपी तापस पालित से जप्त वाकी-टाकी सेट 02 नग के संबंध में ऑईकॉम कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर मेसर्स वर्टेल इन्फोटेल प्रायवेट लिमिटेड कंपनी, अशोक भवन नेहरू प्लेस, नई दिल्ली से जानकारी प्राप्त करने पर उक्त वाकी-टाकी सेट को विप्टेल कम्यूनीकेशन डीडीए जनता फ्लेट सरिता विहार, नई दिल्ली को विक्रय करना एवं विप्टेल के कंपनी से जानकारी प्राप्त करने पर उक्त 02 नग वाकी-टाकी सेट को श्री बालाजी सिक्यूरिटी एफ-10, राठौर प्लाजा बढ़ईपारा रायपुर को भेजा जाना पाया है। श्री बालाजी के सिक्यूरिटी के संचालक हितेश अग्रवाल पिता ओमप्रकाश अग्रवाल, उम्र 40वर्ष, निवासी कामटी लाईन राजनांदगांव से उक्त वाकी-टाकी सेट के संबंध में पूछताछ करने पर उसके द्वारा दोनों सेट को रूद्रांश अर्थमुव्हर्स के कंस्ट्रक्शन के मालिक अजय जैन एवं एकाउंटेंट दयाशंकर मिश्रा को देना बताया है। इसके साथ ही साथ आरोपी हितेश अग्रवाल द्वारा विगत 02 वर्षों से पूर्व में भी अगल-अलग तिथियों को अजय जैन को कुल 25 नग वाकी-टाकी सेट सप्लाई करना तथा उक्त वाकी-टाकी सेट को वास्तविक दर से अधिक दर (कीमत) में बेचना तथा अवैध रूप से लाभ कमाना एवं नक्सलियों के लिये देना है, यह जानते हुए भी लगातार वाकी-टाकी सेट को दिल्ली से मंगाकर आरोपियों को देकर उक्त अपराध में सक्रिय रूप से संलिप्त होना पाया गया। जिस पर थाना सिकसोड़ के अपराध क्र. 09/2020 धारा 10,13,17,38(1)(2)40 वि.वि.क्रि.क.नि.अधिनियम, धारा 8(2)(3)(5) छ.ग.वि.जन सु.अधिनियम, धारा 120-बी भादवि में आरोपी हितेश अग्रवाल को विधिवत् गिरफतार किया गया है।

गमछे से बंधे थे दोनों हाथ और दस फीट दूर मिली थी युवती की खोपड़ी, दो साल बाद पुलिस ने दर्ज किया हत्या का केस

 0 अब तक नहीं हो सकी है युवती की पहचान
0 गातापार गांव के खेत में मिली थी लाश
0 अपराधियों का अब तक पता नहीं चला

रायपुर
पुलिस की कागजी कार्रवाई ऐसी चलती है कि किसी अपराध की जांच शुरू होने में ही कई साल लग जाते हैं। उसके महत्वपूर्ण

साक्ष्य भी खत्म हो जाते हैं। यही वजह है कि अपराधी बेनकाब नहीं हो पाते और उन्हें उनकी किए की सजा नहीं मिल पाती है। पीडि़त पक्ष न्याय पाने के लिए दर-दर भटकते रहता है। ऐसा ही एक मामला अभनपुर थाने से जुड़ा है। जहां दो साल पहले एक युवती की बेरहमी से हत्या कर दी गई और उसके शव को एक सूनसान स्थान पर फेंक दिया गया था। मामला आज तक सुलझ नहीं पाया है।
दरअसल दो साल पहले गातापार के एक खेत में युवती की लाश मिली थी। युवती की खोपड़ी उसके शरीर से करीब 10 फीट दूर पड़ी थी। उसके दोनों हाथ व गर्दन गमछे से बंधे हुए थे।आज तक उसकी पहचान नहीं हो पाई है। उसकी हत्या रहस्य बना हुआ है। और कातिल का भी पता नहीं चल पाया है।
पुलिस के मुताबिक 29 नवंबर 2018 को गातापार निवासी चैतराम देवांगन के खेत में एक 20-25 वर्षीया युवती का शव मिला। शव का काफी हिस्सा सड़ चुका था। उसके दोनों हाथ पीछे गमछे से गर्दन के साथ बंधा हुआ था। युवती की खोपड़ी करीब 10 फीट दूर पड़ी थी। इसकी सूचना अभनपुर पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। प्रथम दृष्टया मामला हत्या का था, लेकिन पुलिस ने उस समय हत्या का केस दर्ज नहीं किया। और पोस्टमार्टम का इंतजार करती रही। करीब साल बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिली, जिसमें मौत का कारण स्पष्ट नहीं था। इसके बाद मामला स्टेट एफएसएल पहुंचा। वहां जांच रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की पुष्टि की गई। इसके बाद पुलिस ने शनिवार 6 जून 2020 को अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ युवती की हत्या का अपराध दर्ज किया है।

ग्रामीण इलाके की युवती

युवती ने टॉप के साथ नीले रंग का लैगिज पहना हुआ था। बाजारू पायल और चप्पल पहनी हुई थी। और दोनों हाथ में स्टिल का कड़ा था। इससे मृतका के ग्रामीण इलाके की रहने वाली होने की आशंका है। पुलिस उसकी अब तक पहचान नहीं कर पाई है।

मिट गए कई सबूत

अपराध देरी से दर्ज होने से घटनास्थल और उससे जुड़े हुए कई सबूत नष्ट हो जाते हैं। इससे उसकी जांच सही ढंग से नहीं हो पाती है। इस मामले में भी दो साल बाद अपराध दर्ज होने के बाद जांच शुरू हो रही है। इसमें कई अहम साक्ष्य नष्ट हो चुके हैं। ऐसे में कातिल तक पहुंचना पुलिस के बहुत मुश्किल है। मामले में सबसे बड़ी समस्या युवती की पहचान नहीं हो पाना है। 

दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका

युवती के हाथ जिस ढंग से गमछे से बांधे गए थे, उससे हत्या से पहले उसके साथ दुष्कर्म करने की आशंका है। आरोपियों की संख्या एक से ज्यादा हो सकती है। पुलिस का आशंका यह भी है कि युवती किसी दूसरे इलाके की है, जिसे आरोपी घटनास्थल पर लेकर पहुंचा था। यही वजह है कि उसकी पहचान आसपास के गांव के लोग नहीं कर पाए हैं।
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महासमुंद में महिला ने अपने दो बच्चों के साथ खाया जहर

छत्तीसगढ़
महासमुंद जिले के सांकरा थाना इलाके की एक महिला ने अपने 2 बच्चों समेत खाया जहर। सभी को रायपुर मेकाहारा लाया गया है। 16 माह का बेटा और 3 महीने की बेटे समेत खुद महिला ने खाया जहर। तीनो की हालत गंभीर बनी हूूई हैैं ।

व्यापारी ने फांसी लगाकर खुदकुशी की

रायपुर.
उरला इलाके के एक व्यापारी ने अपने घर में फाँसी लगाकर खुदकुशी कर ली. उरला के अछोली बाजार इलाके में रहने वाला भरत निषाद ने शुक्रवार शनिवार को अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली.उनकी उम्र 50 साल थी.उनकी किराने की दुकान थी. फिलहाल मौत के कारणों का पता नही चल पाया है. उरला पुलिस मामले की जांच कर रही है.

राजनांदगाँव में नक्सली हमला, थाना प्रभारी शहीद

राजनांदगाँव में नक्सलियों-पुलिस के बीच मुठभेड़

 मदनवाड़ा थाना प्रभारी श्याम किशोर शर्मा शहीद

4 नक्सली भी हुए ढेर

देर रात घटनास्थल पहुंचे एसपी जितेंद्र शुक्ला

छत्तीसगढ़.
प्रदेश के राजनांदगाव जिले में नक्सली हमले में थाना प्रभारी की मौत हो गई. राजनांदगांव जिले के घोर नक्सल प्रभावित मानपुर नक्सल ऑपरेशन मुख्यालय से महज कुछ ही दूरी पर पुलिस की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हो गई। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि 30 से 40 नक्सली जंगल में खाना बना रहे हैं । जिसके बाद मदनवाड़ा थाना प्रभारी टीम के साथ जंगल की ओर निकल गए और नक्सलियों के साथ आमना - सामना हो गया। घटना देर रात 11 बजे के आसपास की बताई जा रही है। मुठभेड़ में 4 नक्सली भी मारे गए हैं।
पुलिस को मुखबिर से मिली सूचना के अनुसार मदनवाड़ा थाना  के पास जंगल में  30 से 40 नक्सली  खाना बना रहे थे. इसके बाद  मदनवाड़ा थाना प्रभारी श्याम किशोर शर्मा के नेतृत्व में एक टीम जंगलों  में सर्चिंग के लिए निकली थी। उसी दौरान जंगल में कैंप लगाकर बैठे नक्सलियों से पुलिस टीम का आमना- सामना हो गया। नक्सलियों ने पुलिस टीम को आते देख फायरिंग शुरू कर दी, पुलिस पार्टी ने भी जवाबी कार्रवाही शुरू की। आधी रात तक पुलिस की नक्सलियों से मुठभेड़ चलती रही। इसी दौरान मदनवाड़ा थाना प्रभारी श्याम किशोर शर्मा नक्सलियों की गोलियों के शिकार हो गए। बताया गया कि थाना प्रभारी श्याम किशोर शर्मा के पेट से गोली आर पार हो गई । इस घटना में चार नक्सलियों के मारे जाने की भी खबर मिली है। जिनका शव बरामद कर लिया गया है। मौके पर पुलिस को एके-47 सहित अन्य सामान भी बरामद किया गया है । नक्सलियों ने  पुलिस को अपने ऊपर हावी देख  जंगल का फायदा उठाते हुए भाग खड़े हुए हैं । जिसके बाद पूरे क्षेत्र में सर्चिंग तेज कर दी गई है । घटना की खबर लगते ही एसपी जितेंद्र शुक्ला सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। घटना की पुष्टि एसपी जितेन शुक्ला ने की है।
Sp भी हो चुके हैं शहीद
कुछ साल पहले इसी इलाके में तत्कालीन sp वीके चौबे भी शहीद हुए थे. वे एक नक्सली ऑपरेशन में नक्सलियों के घेरे में फंस गए थे. उनकी शहादत के बाद पुलिस के टीआई स्तर के अधिकारी शहीद हुये हैं. इससे इलाके में नक्सलियों के मजबुत नेटवर्क का खुलासा हो गया है.

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